Maharana Pratap Maharana Pratap Poem धन्य हुआ रे राजस्थान,जो जन्म लिया यहां प्रताप ने।धन्य हुआ रे सारा मेवाड़, जहां कदम रखे थे प्रताप ने॥ फीका पड़ा था तेज़ सुरज का, जब माथा उन्चा तु करता था।फीकी हुई बिजली की चमक, …
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